Bewafa shayari hindi

नमस्कार दोस्तों, Social Shayari पर आपका स्वागत है। आज मैं आपको बताऊंगी Bewafa shayari. ब्रेकअप के बाद सब कुछ सूना- सूना लगता है क्योंकि हम अपने होश में नहीं रहते। हम दुनिया को अपनी भावनाओं के बारे में बताना चाहते हैं पर बता नहीं पाते इसलिए आज मैं आपके लिए यह ब्रेकअप शायरी लायी हूँ जिसे आप Instagram, WhatsApp, Facebook, YouTube, आदि, पर शेयर कर सकते हैं।

सारी शायरी को देखने के लिए इस लेख को अंत तक ज़रूर पढ़ें। अगर आपको लेख पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ ज़रूर share करें। अब जानते हैं Bewafa shayari hindi ।

Bewafa shayari hindi

1.अपने दर्द को किसी के सामने बयाना करूंगा
जब हर दर्द मेरे को ही सहना है तो कोई तमाशा क्यों करना

2.अब तो यह गुजरे हुए वक्त की यादें सजाएं बन चुकी है
ना जाने हर कोई मतलब के लिए क्यों मेहरबान होता है 

3.बहुत ही परिंदा जो हर किसी पर बोझ बना हुआ था
एक घड़ी जो वो लौट कर नहीं आया तो हर्ष आंखों को उसका इंतजार था 

4.लोग हमें टूटा हुआ देखने का इंतजार कर रहे थे
 और हम ऐसे बन गए सहते सहते के पत्थर जैसे हो गए

5.मेरे  लब यह कहते हैं कि चलो अब  और मुस्कुरा लेते हैं
और मेरी आंखें सोचती है कि अपने ही दिल को धोखा कैसे दिया जाए

6.हाथों की लकीरों में बड़ी अजीब पहेलियां है
 हर एक सफर लिखा है लेकिन उस सफर के साथ हमसफर नहीं लिखा 

7.ए खुशी थोड़ी सी मेहरबान मुझ पर भी हो जा
 अब थक चुका हूं हंसी की आड़ में गम छुपाते छुपाते

8.हम  इस तरह डूबे की समंदर को भी हैरत हो गई
 कि यह शख्स कितना अजीब हो गया अब किसी को पुकारता भी नहीं

9.अब हर गुनाह कबूल हो चुका है हमें
 बस जो सजा देने वाला हो वो बेगुनाहों

10.अब नहीं जीना मुझे उन झूठे अपनों के मेलों में
खुश रहने की ही कोशिश कर लूंगा अकेले में

11.यारों संभाल कर रखना अपनी पीठ हो
 शाबाशी और खंजर हमेशा पीठ पीछे ही मिलते हैं

12.मेरी  इबादत हर दफा खाली लौट आती है
 ना जाने कौन सी मंजिल पर मेरा खुदा रहता है

13.यह भी बहुत अच्छी बात है कि हम हर किसी को अच्छे नहीं लगते
 कम से कम मेरे मरने पर कोई रोने वाला तो नहीं होगा

14.उसके बगैर भी यहां चलता रहेगा
 एक तारा टूट जाने से सारा आसमान खराब नहीं होता

15.अब मुझे कुछ नए नफरत करने वालों की जरूरत है
 क्योंकि पुराने मुझे चाहने लगे

16.मेरे साथ बैठकर एक दिन वक्त भी रोया और कहने लगा कि 
बंदा तू ठीक है बस ना ही खराब है

17.उन लोग हमसे हमारी बर्बादी का सबूत मांगते हैं
 कैसे बताएं कि यह जितने भी हाथ से हैं उनका गवा सिर्फ मैं ही हूं

18.यह रात मुझसे अक्सर पूछती है
 ए जिंदगी कब तक गुजरेगी अंधेरों के सहारे 

19.अभी बातें छोड़ दो कि यह जख्म कहां से मिले मुझे
 जिंदगी बस तू मेरे को यह बता कर कितना सफर बाकी रह गया है

20.मेरी उंगलियां भीगी है तेरे अश्कों में
 अब मुझे भरोसा नहीं होता ही चमकते हुए चेहरे पे

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Bewafa shayari hindi

Bewafai shayari

21.दर्द की जागीर में रहने की बस यही एक शर्त बची है
 रात भर सोना और सुबह मुस्कुरा रहा है 

22.यह हमारी आदत है मुस्कुराने की कितनी महंगी पड़ी हमको
 सब ने  भुलालिया हमें यह बात कह कर के तुम अकेले भी बहुत खुश रहते हो

23.जो दिए मेरे लिए जले थे वह आज सारे भुज रहे हैं
 कुछ रही है साजिश अंधेरों की और कुछ ठोकर हमें उजालों ने दिए हैं

24.मेरे नसीब की बारिश कुछ इस तरह से होती रही मुझपे,
की ख्वाहिशे सुखती रही और मेरी पलके भीगती रही !!

25.जीना तो हमें बहुत अच्छे से आता है
यह जो जिंदगी है आज हम से थोड़ी सी नाराज है

26.सबको जोड़ के रखने का उसे बहुत शौक था
होश तो उसको तब आया जब उसने अपने ही वजूद के टुकडे देखें

27.तुम मिलते नहीं मुझको ही शिकायत मैं रब से करता हूं
 मगर रोज भूल जाता हूं तुमको तेरे काबिल बनाना

28.उम्मीदों का घर कच्ची मिट्टियों का बना होता है
 अक्सर बह जाता है हकीकत की बारिश  मैं 

29.जिंदगी के बारे में क्या लिखूं मेरे दोस्त
 हमें तो वहीं छोड़कर जा रहे हैं जो हमारी जिंदगी बन गए थे

30.अब यू चैन से रहने का मशवरा तुम हमें मत दो
 अब जिंदगी की मुश्किलें हमें मजा देने लगी है

31.सबको आदत है दरारों के बीच से झांकने की
 लेकिन जब समय आता है तो सब के दरवाजे बंद करते हैं

32.हर उस जख्मों को भरने में डर लगता है
 जिसमें अपनों की मेहरबानियां शामिल हो

33.मेरी नींद ने आज कसम खा ली है कि आज नहीं आएगी
 मेरी आंखें आज फिर रोएंगे समंदर की तरह

34.मेरे मसीहा मुझ पर एक नजर दौड़ा ले एक बार
 एक बीमार को अच्छा करके तेरा क्या जाएगा

35.इस दौर की जुगनू कितने फरेब है
 एक हल्की सी रोशनी दिखाकर लोगों को अंधेरों की तरफ बुलाते हैं

36.ए कलम  ना रोक अब मुझे मुझे अब दर्द लिखने दे
 या तो आज दर्द होगा या तो आगे दर्द देने वाले 

37.जो भी कोई नया शख्स आता है एक नई चोट देकर चला जाता है
 माना कि थोड़ा सा मजबूत हूं मैं लेकिन पत्थर तो नहीं 

38.ए खुदा को सारे सपने टूट जाते हैं जो भी मैं सोते समय देखता हूं
 बस कोई एक सपना पूरा कर दे दो मैं खुद ही आपसे देख सकूं

39.ए खुदा तू मुझसे मेरे किसी भी गुनाहों का हिसाब मत मांग
 मेरी तकदीर में लिखी हुई कलम तेरी ही चलेगी हमेशा

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Shayari bewafa

40.ना ही जमाना बदला ना वक़्त की गर्दिश रोटी
 जैसे ही पेड़ सूखने लगा तो परिंदों ने अपना ठिकाना ही बदल दिया

41.जिसकी किस्मत में ही रोना लिखा हूं मेरे यारों
 अगर वह थोड़ा मुस्कुरा भी दे तब भी उसके आंसू निकल आते हैं

42.यहां तो बिना मतलब के कोई दिला से भी नहीं देता
 आजकल तो लोग दिल में भी दिमाग लिए घूमते हैं

43.किसी को अफसोस हो ना हो मेरी मौत पर
 मेरी तन्हाई जरूर होगी क्योंकि उसका हमसफर चला गया

44.अपनों से हार गया मैं दुनिया से जीत कर
 बाहर से सलामत हो लेकर अंदर से भर गया

 45.गैरों के साथ तुम उम्र भर हंसते रहो
 आखिर में तुमको मेरी लाश के आगे रोना ही पड़ेगा

 46.चेहरों के बदलने से कोई तकलीफ नहीं होती मेरे को
 तकलीफ तो होती है जब इंसान अपना लहजा बदल देता है

47.अब सूरज ने डूबकर मुझे तनहा कर दिया
 मेरे  छाय को मेरे से दूर करके मुझे तनहा कर दिया

 48.मक्कारिया दुनियादारी सिखा देती है
 वरना साफ दिल से तो हर कोई पैदा होता है

 49.मेरे मौत का मंजर भी कितना खुशनुमा होगा
 जब मुझे ठुकराने वाले आंसू बहाएंगे मुझे पाने के लिए

 50.भला मेरे दिल को यह बात अब कौन समझाए
 कि हमेशा के लिए कोई खुशी कभी नहीं मिलती है

 51.अक्सर हमें उनकी जरूरत होती है
 जो लोग हमें अपनी लाइफ में जरूरी नहीं समझते

52.बहुत से लोगों को ऐसा लगता था कि उनकी चालाकियां मुझे समझ नहीं आती
 उनको अपनी नजरों से गिरते हुए मौत खामोशी से देखना पसंद करता हूं

 53.मुझे यकीन था कि उस अदालत में मैं यह मुकदमा हार जाऊंगा
जहां नसीब मेरा वकील था और जज मेरा वक्त 

54.कुछ तोड़ने के लिए पत्थर ही मारा जाए जरूरी नहीं
कुछ टूट जाता है लहजा बदल कर बोलने से

 55.कभी हम ही चेहरे हमसफर हुआ करते थे
 अब तुम्हें मंजिल मिल गई तो पहचानते नहीं

56.मैं बस अपने गम को छुपाने के लिए हंसता हूं
और मुझे देख कर बाकी लोग कहते हैं कि काश हम इसके जैसे होते

57.कुछ हार गई तकदीर, कुछ टूट गए सपने,
कुछ गैरो ने किया बर्बाद, कुछ भूल गए अपने !!

58.कुछ जिम्मेदारियां बांध देती है अपना शहर ना छोड़ने को
 वरना ऐसा कोई इंसान नहीं है तरक्की की सीढ़ियां नहीं चलना चाहता

59.आईना फिर आज पकड़ा गया रिश्वत लेते हुए
 दिल में दर्द छुपा हुआ था लेकिन चेहरा तब भी हंसता हुआ दिखाई दिया

 60.ए यार  तू ही  समझ ले मेरा दर्द
 यह हंसता हुआ चेहरा तो सिर्फ जमाने को दिखाने के लिए है

 61.कभी अपने जिस्म की  खबरें    खोद कर देखो
तुमको कुछ ख्वाहिशें मिलेंगी जो तो अंदर ही मार देते हो

 62.हंस तो मैं आज भी देता हूं मुंह खोल कर
 लेकिन अरसा हो गया आज दिल खोलकर बचा नहीं

 63.अब तो बाजार भी छोटा लगने लगा है
 घर के अंदर की जरूरत ही खत्म नहीं होती

64.घर बनाते बनाते लोग टूट जाते हैं
और  तुम्हें जरा भी तरस नहीं आता  बस्तियों जलाते हुए

65.हम हर रोज उदास होते हैं और शाम ऐसे ही गुजर जाती है
1 दिन हम भी ऐसे ही गुजर जाएंगे और शाम उदास होगी

66.कोई भी खबर ले लो मेरे खास दुश्मन की
 बड़े दिनों से मेरे आंगन में कोई पत्थर क्यों नहीं आया

67.आज मैंने आईने में दोबारा एक दरार देखी है
अब पता नहीं  ये टूटे  हुआ शीशा था या मैं

 68.इस बर्बाद बस्ती में किस को ढूंढने आया हूं
 जो लोग   उजड़ जाते हैं उनके ठिकाने नहीं होते

 69.जिंदगी अब बहुत खिलाफ है मेरे
 जिस तरफ भी दिया जलाओ उस तरफ की हवा चलने शुरू हो जाती है

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Bewafa shayari hindi

Bewafa ke liye shayari

 70.ताश के पत्ते तो बहुत खुशनसीब है यारो
 उन के बिखर जाने के बाद बहुत लोग होते  है उठाने को

 71.अब उन लोगों से भी रिश्ता खत्म हो गए हैं
 जिनको मिलकर लगता था कि अभी जिंदगी भर साथ रहेंगे

72. ek दिन शायद खुशी का दौर भी आ जाए
 बिना तमन्ना की हमें गम भी तो  मिले ही है

 73.हर शक्स मुझे भूल गया है अब इस तरह से
 जैसे लोग भूल जाते हैं  उसके मरने के बाद

 74.जनाब अगर कोई रोने से वापस आ जाता
 तो वह कभी आप को रोने के लिए नहीं छोड़कर जाता

 75.कुछ लोग तो मेरे अपने इस लिए बने हैं अभी
 मेरी बरबादिया वह करीब से देख पाए

 76.इंसान तू ही दुनिया छोड़ कर चला ही जाता है
 और पीछे अपना अफसोस छोड़ जाता है

77.ए जनाब मुझसे क्या  पूछ रहे हो आप धोखे की कीमत
 यह तो मेरे अपने हैं जो मुझे मुफ्त में दे जाते हैं

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Conclusion

मुझे उम्मीद है कि आपने Bewafa shayari hindi , Bewafai shayari को पढ़कर बहुत आनन्द लिया होगा।

आज हमने सीखा- 

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इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक share करें ताकि अन्य लोग इस शायरी का आनंद ले सकें। मैं आपको जल्द से जल्द reply देने की कोशिश करूंगी। 

धन्यवाद……..।

Bewafa shayari hindi और Bewafai shayari पढ़ने के लिए शुक्रिया।


FAQ (Frequently Asked Questions)

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1.अपने दर्द को किसी के सामने बयाना करूंगा
जब हर दर्द मेरे को ही सहना है तो कोई तमाशा क्यों करना
2.अब तो यह गुजरे हुए वक्त की यादें सजाएं बन चुकी है
ना जाने हर कोई मतलब के लिए क्यों मेहरबान होता है 
3.बहुत ही परिंदा जो हर किसी पर बोझ बना हुआ था
एक घड़ी जो वो लौट कर नहीं आया तो हर्ष आंखों को उसका इंतजार था 
4.लोग हमें टूटा हुआ देखने का इंतजार कर रहे थे
 और हम ऐसे बन गए सहते सहते के पत्थर जैसे हो गए
 5.मेरे  लब यह कहते हैं कि चलो अब  और मुस्कुरा लेते हैं
और मेरी आंखें सोचती है कि अपने ही दिल को धोखा कैसे दिया जाए

Bewafai shayari

2.दर्द की जागीर में रहने की बस यही एक शर्त बची है
 रात भर सोना और सुबह मुस्कुरा रहा है 
2.यह हमारी आदत है मुस्कुराने की कितनी महंगी पड़ी हमको
 सब ने  भुलालिया हमें यह बात कह कर के तुम अकेले भी बहुत खुश रहते हो
 3.जो दिए मेरे लिए जले थे वह आज सारे भुज रहे हैं
 कुछ रही है साजिश अंधेरों की और कुछ ठोकर हमें उजालों ने दिए हैं
4.मेरे नसीब की बारिश कुछ इस तरह से होती रही मुझपे,
की ख्वाहिशे सुखती रही और मेरी पलके भीगती रही !!
5.जीना तो हमें बहुत अच्छे से आता है
यह जो जिंदगी है आज हम से थोड़ी सी नाराज है

Shayari bewafa

1.ना ही जमाना बदला ना वक़्त की गर्दिश रोटी
 जैसे ही पेड़ सूखने लगा तो परिंदों ने अपना ठिकाना ही बदल दिया
 2.जिसकी किस्मत में ही रोना लिखा हूं मेरे यारों
 अगर वह थोड़ा मुस्कुरा भी दे तब भी उसके आंसू निकल आते हैं
 3.यहां तो बिना मतलब के कोई दिला से भी नहीं देता
 आजकल तो लोग दिल में भी दिमाग लिए घूमते हैं
 4.किसी को अफसोस हो ना हो मेरी मौत पर
 मेरी तन्हाई जरूर होगी क्योंकि उसका हमसफर चला गया
 5.अपनों से हार गया मैं दुनिया से जीत कर
 बाहर से सलामत हो लेकर अंदर से भर गया

Bewafa ke liye shayari

 1.ताश के पत्ते तो बहुत खुशनसीब है यारो
 उन के बिखर जाने के बाद बहुत लोग होते  है उठाने को
 2.अब उन लोगों से भी रिश्ता खत्म हो गए हैं
 जिनको मिलकर लगता था कि अभी जिंदगी भर साथ रहेंगे
3. ek दिन शायद खुशी का दौर भी आ जाए
 बिना तमन्ना की हमें गम भी तो  मिले ही है

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