अभी तुम कहां ढूंढोगे मुझको, कम से कम मेरा पता तो लेते जाओ, अगर तुम नहीं पूछ लो तो मैं ही बता देता हूं एक कब्र नयी होगी और उस पर जलता दिया होगा।
अंदर से तो बहुत समय पहले मर चुके हैं हम अहमद अब तू भी जल्दी से आजा लोग सबूत मांगते हैं।
अब उसी के नजरों के सामने मेरी मौत हो जाए ए खुदा, और मुझे छूने का हक सबको हो बस उसे ना।
अब भला क्या कहूं तुझे अगर ख्वाब कहूं तो टूट जाएगा, और अगर दिल कहूं तो बिखर जाएगा। आज आप तेरा नाम मैं जिंदगी रख दूं, क्योंकि अब मौत से पहले तो तेरा साथ छूट ना पाएगा।
कशिश तो मेरे इश्क के अंदर भी बहुत है, मगर वह जो पत्थर दिल है वह कभी पिघलता नहीं, अगर कभी मिले खुदा तो मांगूंगी उसे, लेकिन ए खुदा भी तो मरने से पहले मिलता नहीं।
अब फिल्मों की विधियों से, मैं उस खुदा को कभी बचा तो ना पाऊंगी, पर जब तक चल रही है यह सांसे, कसम है तेरी यह मोहब्बत में अपनी आखिरी सांस तक निभाऊंगी।
ना कोई इंसान किसी से दूर होता है, ना कोई किसी के करीब आता है, प्यार एक ऐसी चीज है जो खुद चलकर आता है, बस यह इंसान इंसान की तकदीर लाता है.
तेरी नजरों से बहुत दूर हो जाएंगे हम, दूर फिजाओं में कहीं खो जाएंगे, तुम मेरी यादों से लिपट कर रोने लगोगे, जब जमीन को उड़कर सो जाएंगे हम।
अगर कल मेरे को फुर्सत ना मिले तो क्या होगा, इतनी सी मोहलत ना मिली मुझे तो क्या होगा, रोज मुझे बस यही कहते हो कि कल मिलेंगे कल मिलेंगे, कल अगर मेरी आंख ना खुली तो क्या होगा।
वादे तो उसने मुझसे हजारों किए थे , उन में से काट एक वादा ही उसने निभाया होता, मौत का किसको पता कि कब आएगी, पर काश उसने मेरे को जिंदा ना जलाया होता।
यहां कौन-कौन आता है तेरे यह गम बांटने, एक बार तू अपनी मौत की अफवाह उड़ा कर तो देख