कशिश होनी चाहिए किसी को याद करने की लम्हे तो अपने आप मिल जाएंगे वक़्त होना चाहिए किसी को मिलने का बहाने तो अपने आप ही मिल जाएंगे।
हर पल ने कहा एक पल से पल भर के लिए आप मेरे सामने आ जाओ, पल भर का साथ कुछ ऐसा हो कि हर पल तुम ही याद आओ।
ज़रूरत ही नहीं अलफ़ाज़ की प्यार तो चीज़ है बस एहसास की पास होते तो मंज़र ही क्या होता दूर से ही खबर है हमें आपकी हर सांस की।
होंठों से प्यार के फ़साने नहीं आते साहिल पे समंदर के मोती नहीं आते ले लो अभी ज़िंदगी में दोस्ती का मज़ा फिर लौट के हम जैसे दीवाने नहीं आते।
खुद को खुद की खबर ना लगे कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे आप को देखा है बस उस नज़र से जिस नज़र से आप को नज़र ना लगे।
हर दुआ कबूल नहीं होती हर आरज़ू पूरी नहीं होती जिनके दिल में आप जैसे लोग रहते हों उनके लिए धड़कन भी जरूरी नहीं होती।
तलाश करो कोई तुम्हे मिल जाएगा मगर हमारी तरह तुम्हे कौन चाहेगा ज़रूर कोई चाहत की नज़र से तुम्हें देखेगा मगर आँखें हमारी कहाँ से लाएगा।
लफ़्ज़ों में क्या तारीफ़ करूँ आपकी आप लफ़्ज़ों में कैसे समा पाओगे जब लोग हमारे प्यार के बारे में पूछेंगे मेरी आँखों में जाने मन सिर्फ तुम नज़र आओगे।
कुछ रिश्ते इस जहां में ख़ास होते हैं हवा के रूख से जिनके एहसास होते हैं ये दिल की कशिश नहीं तो और क्या है दूर रहकर भी वो दिल के कितने पास होते है।